रिक्की पॉन्टिंग, जिन्हें रिकी पॉन्टिंग के नाम से भी जाना जाता है, ऑस्ट्रेलिया के एक महान क्रिकेटर और पूर्व कप्तान हैं। उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों और बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माना जाता है।
प्रारंभिक जीवन और करियर
पॉन्टिंग का जन्म 19 दिसंबर 1974 को लाउंसेस्टन, तस्मानिया में हुआ था। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और जल्द ही अपनी बल्लेबाजी से लोगों का ध्यान खींचा। उन्होंने 1995 में ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला।
बतौर बल्लेबाज
पॉन्टिंग एक आक्रामक और शानदार बल्लेबाज थे। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में एक खास शैली विकसित की, जिसमें पुल शॉट और हुक शॉट शामिल थे। उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 13,000 से ज्यादा रन बनाए हैं, जो उन्हें कुछ चुनिंदा बल्लेबाजों की सूची में शामिल करता है।
बतौर कप्तान
पॉन्टिंग की असली पहचान उनकी कप्तानी में बनी। उन्होंने 2002 से 2011 तक ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दो क्रिकेट विश्व कप (2003 और 2007) जीते। वह अपनी रणनीति और मजबूत नेतृत्व के लिए जाने जाते थे। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2006 और 2009 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती।
रिकॉर्ड और उपलब्धियां
दो क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले कप्तान: पॉन्टिंग एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को दो बार क्रिकेट विश्व कप का खिताब दिलाया।
टेस्ट और वनडे दोनों में 13,000+ रन: वह दुनिया के कुछ बल्लेबाजों में से हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 13,000 से ज्यादा रन बनाए।
सबसे ज्यादा शतक: वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम: 2018 में उन्हें आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था।
क्रिकेट के बाद का जीवन
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पॉन्टिंग ने कोचिंग और कमेंट्री में अपना करियर बनाया। वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स टीम के मुख्य कोच भी रह चुके हैं।
रिकी पॉन्टिंग को हमेशा एक ऐसे क्रिकेटर के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने अपनी टीम को सफलता के शिखर पर पहुंचाया और अपनी बल्लेबाजी से लाखों प्रशंसकों का दिल जीता।