देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आई प्राकृतिक आपदा ने पर्वतीय क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इसी क्रम में, आपदा से बुरी तरह प्रभावित उत्तरकाशी जिले के सुदूरवर्ती सैंजी गांव में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, उनकी पीड़ा सुनी और उन्हें ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से सैंजी गांव पहुंचे, जहां भूस्खलन और मलबे से प्रभावित कई घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सीएम धामी ने न सिर्फ आपदाग्रस्त क्षेत्र का हवाई और जमीनी निरीक्षण किया, बल्कि प्रभावितों के बीच बैठकर उनसे बातचीत भी की। इस दौरान उन्होंने कई बुजुर्गों और महिलाओं के आंसू पोंछे और उन्हें हिम्मत रखने को कहा। सीएम धामी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा, “इस दुख की घड़ी में पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है। हमने राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। खाने-पीने से लेकर रहने और इलाज तक की हर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।” उन्होंने अधिकारियों को तत्काल राहत सामग्री वितरित करने, क्षतिग्रस्त घरों का आकलन करने और मुआवजे की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रभावितों को जल्द ही सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा और उनके पुनर्वास के लिए योजना तैयार की जाएगी। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने लगे, जिससे कई घरों को खाली करना पड़ा। एक स्थानीय बुजुर्ग ने कहा, “हमने अपनी आंखों के सामने अपने घर को ढहते देखा है। अब हमें समझ नहीं आ रहा है कि हम कहां जाएं। ” मुख्यमंत्री के दौरे से ग्रामीणों में कुछ उम्मीद जगी है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की अपील की है ताकि वे अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर ला सकें। सीएम धामी ने भी आपदा की गंभीरता को देखते हुए कहा कि केंद्र सरकार से भी इस संबंध में अतिरिक्त मदद का अनुरोध किया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी और स्थानीय विधायक भी मौजूद थे। वे राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रहे हैं ताकि प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाई जा सके।