जहाँ लकड़ी बोलती है कठपुतली और उनके कलाकारों की कहानी
एक समय था जब रंग-बिरंगी कठपुतलियाँ दर्शकों को हँसाती, रुलाती और सोचने पर मजबूर कर देती थीं। इन कठपुतलियों के पीछे की अद्भुत कला और उन्हें जीवंत करने वाले कलाकारों…
एक समय था जब रंग-बिरंगी कठपुतलियाँ दर्शकों को हँसाती, रुलाती और सोचने पर मजबूर कर देती थीं। इन कठपुतलियों के पीछे की अद्भुत कला और उन्हें जीवंत करने वाले कलाकारों…
गिल्ली-डंडा — एक पारंपरिक खेल का परिचय गिल्ली-डंडा दक्षिण एशिया का प्राचीन ग्रामीण खेल है। इसे छोटे तिरछे लकड़ी के टुकड़े (गिल्ली) और एक लंबे डंडे (डंडा) से खेला जाता…
1983 क्रिकेट विश्व कप की कहानी, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रूडेंशियल कप ’83 के नाम से जाना जाता है, एक अंडरडॉग टीम की अविश्वसनीय जीत की एक महान गाथा है।…
पिथौरागढ़ किला, जिसे गोरखा किला और लंदन फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, पिथौरागढ़ शहर की सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतों में से एक है। यह किला एक…
धीरू भाई के नाम पर एक दिन मुझे लगता है कि उत्तराखंड या देहरादून क्रिकेट के बारे में थोड़ा भी जानने वाला व्यक्ति धीरू भाई का नाम जरूर जानता होगा।…
तकली सिर्फ एक औजार नहीं है, बल्कि यह भारत के हस्तकला और ग्रामीण जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है। इसे अक्सर चरखे का छोटा और सरल रूप माना जाता…
होम लाइट माचिस: एक घरेलू नाम जो आज भी जगमगा रहा है होम लाइट माचिस, यह नाम सुनते ही कई भारतीयों के मन में एक जाना-पहचाना डिब्बा और उसकी धीमी-धीमी…
देहरादून में स्थित अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी (ACA) भारतीय क्रिकेट परिदृश्य में एक जाना-माना नाम है, खासकर अपने अत्याधुनिक सुविधाओं और युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए। यह एकेडमी सिर्फ क्रिकेट…
चिन्यालीसौड़, जिसे अक्सर चिन्याली भी कहा जाता है, भारत के उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित एक सुंदर बस्ती और तहसील मुख्यालय है। यह भागीरथी नदी के किनारे…
उत्तराखंड सिनेमा की पहली किरण बनी “जग्वाल” उत्तराखंड की पहली फिल्म: ‘जगवाल’ – एक मील का पत्थर उत्तराखंड की धरती ने अपनी समृद्ध संस्कृति, लोकगीत और लोककथाओं को हमेशा…