चिन्यालीसौड़, जिसे अक्सर चिन्याली भी कहा जाता है, भारत के उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित एक सुंदर बस्ती और तहसील मुख्यालय है। यह भागीरथी नदी के किनारे बसा हुआ है। “सौर” शब्द का गढ़वाली भाषा में अर्थ “मैदान” होता है, जो इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को दर्शाता है।
चिन्यालीसौड़ की मुख्य बातें:
भौगोलिक स्थिति: यह छोटे पहाड़ों से घिरा हुआ है और भागीरथी नदी के तट पर स्थित है। परिवहन: राष्ट्रीय राजमार्ग 34 यहाँ से होकर गुजरता है, जो इसे कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों से जोड़ता है। टिहरी झील और आर्क ब्रिज: टिहरी झील पर बना भव्य आर्क ब्रिज (देवीसौड़ आर्क ब्रिज) यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण है। रात में जब यह पुल तिरंगे की रोशनी से जगमगाता है, तो इसका नज़ारा बेहद खूबसूरत होता है। यहाँ का सबसे पुराना मंदिर नागराज मंदिर है, जो बिष्ट ठाकुरों का इष्टदेव माना जाता है। चिन्यालीसौड़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे बांज के पेड़ और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ के बाजार में खरीदारी का भी अपना अलग मजा है, जहाँ स्थानीय उत्पाद मिलते हैं।
क्या चिन्यालीसौड़ बिष्ट जाति का गढ़ है?
हाँ, मिली जानकारी के अनुसार, चिन्यालीसौड़ बिष्ट ठाकुरों की मूल भूमि मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि बिष्ट ठाकुर लगभग 1535 ईस्वी से, यानी लगभग 500 साल पहले से यहाँ बसे हुए हैं। नागराज मंदिर को भी बिष्ट ठाकुरों का इष्टदेव माना जाता है, जो उनकी इस क्षेत्र से पुरानी और गहरी जड़ें होने का संकेत देता है। यह जानकारी दर्शाती है कि चिन्यालीसौड़ का एक लंबा इतिहास है और यह बिष्ट ठाकुर समुदाय से गहराई से जुड़ा हुआ है।